हाथी मामा पहिन पजामा,
पहुंच गये स्कूल|
जैसे ही पढ़ने वह बैठे,
टूट गया स्टूल|
चित्त गिरे धरती पर मामा,
कुछ भी समझ न पाये|
पसर गये फिर धीरे धीरे,
पैरों को फैलाये|
जैसे तैसे दो चूहों ने,
मिलकर उन्हें उठाया|
गरम गरम काफी का प्याला,
लाकर एक पिलाया|