नहीं अजूबा न अलबेला,
यह तो अरे हाथ का ठेला।
माल ढुलालो चटपट इससे,
न झंझट न कोई झमेला।
फेरीवाला लिये घूमता,
इसमे रखे पपीता केला।
भरकर पल्टूराम खिलोने,
लेकर ठेला जाता मेला।
नहीं अजूबा न अलबेला,
यह तो अरे हाथ का ठेला।
माल ढुलालो चटपट इससे,
न झंझट न कोई झमेला।
फेरीवाला लिये घूमता,
इसमे रखे पपीता केला।
भरकर पल्टूराम खिलोने,
लेकर ठेला जाता मेला।