जीवन का स्रोत है प्रभा से ओत-प्रोत यह,
परम पवित्र भारती की राजधानी है।
देश की स्वतंत्रता का बीज है उदीयमान,
हिंदू सभ्यता की एक परम निशानी है॥
ऋषि-मुनियों की महिमा का महाकेंद्र यह
जिसमें स्वतंत्रता की साधना समानी है।
भारत की भूमि पर हिंदू-विश्वद्यालय
मालवीयजी के देश-प्रेम की कहानी है॥