एक लड़की हंसती है
बस की खिड़की से बाहर देखती हुई
तो
छँटने लगती है कालिमा शहर की
दूर कहीं से घनघनाता भोंपू
उछाल देता है सूर्य को आकाश में
एक लड़की हंसती है
बस की खिड़की से बाहर देखती हुई
तो
छँटने लगती है कालिमा शहर की
दूर कहीं से घनघनाता भोंपू
उछाल देता है सूर्य को आकाश में