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हैसियत / संगीता कुजारा टाक

उन्होंने कहा, उन्हें चाहिए,
प्रेम करने वाली स्त्रियाँ
हमने प्रेम किया
और पाया दोयम दर्जे का स्थान
घरों में

उन्होंने कहा, उन्हें चाहिए,
पढ़ाई करने वाली स्त्रियाँ
हमने पढ़ाई की,
और पाया दोयम दर्जे का स्थान
विद्यालयों में

उन्होंने कहा, उन्हें चाहिए,
काम करने वाली स्त्रियाँ
हमने की, ऑफिस तक की यात्रा
और पायीं दोयम दर्जे की नौकरियाँ

सुना था,
'धोबी का कुत्ता, घर का न घाट का'
अब सुनने में आया है,
धोबी ने कुतिया पाल ली है!