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अंडा-मुरगी / केदारनाथ अग्रवाल

सिर पर सवार है आसमान
आग का अंडा
आसमान पर धरा है

जमीन की मुरगी
आसमान का अंडा नहीं सेती

रचनाकाल: १९-०४-१९७०