अंधड़ (कविता का अंश)
अंधड़ आया
धुल के रथ पर चढ़कर
गिरि कंधों से कूद
रेणु- अश्वों पर बढ़ कर गात,
(अंधड़ कविता से )
अंधड़ (कविता का अंश)
अंधड़ आया
धुल के रथ पर चढ़कर
गिरि कंधों से कूद
रेणु- अश्वों पर बढ़ कर गात,
(अंधड़ कविता से )