गांव रो जूना बड़लो
जोवै है बाट थारी
पूछै है स्हैर कानीं सूं
आवतै हर आपरै-परायै नैं
म्हारा बै लाल
आपरी आंख्यां मांय
सुपना सजा‘र गया हा
बेचग्या हा आपरी
पुरखां री पागड़ी
नूंवै चानणै खातर
अर छोडग्या
आपरै परिवार नैं
अंधारै मांय।
गांव रो जूना बड़लो
जोवै है बाट थारी
पूछै है स्हैर कानीं सूं
आवतै हर आपरै-परायै नैं
म्हारा बै लाल
आपरी आंख्यां मांय
सुपना सजा‘र गया हा
बेचग्या हा आपरी
पुरखां री पागड़ी
नूंवै चानणै खातर
अर छोडग्या
आपरै परिवार नैं
अंधारै मांय।