अकाट्य है :
जन्म पाकर जिए जाने का यह तर्क :
पहाड़ पर
शिलांत तक जड़ें गाड़कर
वनस्पतियों के हरियाने का यह तर्क
रचनाकाल: २०-०३-१९६२
अकाट्य है :
जन्म पाकर जिए जाने का यह तर्क :
पहाड़ पर
शिलांत तक जड़ें गाड़कर
वनस्पतियों के हरियाने का यह तर्क
रचनाकाल: २०-०३-१९६२