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जिधर दोनों आँखें जाती हैं, जाती हूँ
कौन है सामने, आकर स्थिर खड़ा हो जाए,
और अपने दोनों हाथ बढ़ाए!
इतनी जो बीमारी है सीने में
कौन है, जो दूर करे?
मूल बांग्ला से अनुवाद : मुनमुन सरकार
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जिधर दोनों आँखें जाती हैं, जाती हूँ
कौन है सामने, आकर स्थिर खड़ा हो जाए,
और अपने दोनों हाथ बढ़ाए!
इतनी जो बीमारी है सीने में
कौन है, जो दूर करे?
मूल बांग्ला से अनुवाद : मुनमुन सरकार