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यह जो एक विपुला पृथ्वी है अकेलेपन की
इस पर
एक अकेले ढेले की मानिन्द रखा है तुम्हारा प्रेम ।
यह जो एक समूचा समुद्र है अकेलेपन का
इसके ऊपर
एक भटके हुए पक्षी की तरह
मँ डराती रहती है तुम्हारी कोमलता।
यह जो एक पूरा स्वर्ग है अकेलेपन का
इसमेम वास करता है
एक अकेला देवदूत
और भारविहीन हैं उसके पंख
तुम्हारे शब्दों के मानिन्द।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह