हाथ थामकर एक दूजे का
अक्षर-अक्षर का आलिंगन।
धीरे से कान में फुसफुसा,
सहलाया, माथे धर चुम्बन।
गले लिपट कुछ हँसा-रोया,
भावों के आँखों में दर्शन।
हलन्त-विसर्ग सभी समर्पित,
हुआ प्रेम -कविता का सृजन।
हाथ थामकर एक दूजे का
अक्षर-अक्षर का आलिंगन।
धीरे से कान में फुसफुसा,
सहलाया, माथे धर चुम्बन।
गले लिपट कुछ हँसा-रोया,
भावों के आँखों में दर्शन।
हलन्त-विसर्ग सभी समर्पित,
हुआ प्रेम -कविता का सृजन।