चमन बेज़ार हो सारा मुझे अच्छा नहीं लगता ,
हवा हो जाए आवारा मुझे अच्छा नहीं लगता ।१
मेरे हिस्से की,कुछ खुशियाँ ,उसे भी तुम अता करना ,
कहीं दिल दर्द का मारा मुझे अच्छा नहीं लगता ।२
तुम्हारी रहमतों में भी सुकूँ से सो नहीं पाती ,
कोई बेघर, हो बेचारा मुझे अच्छा नहीं लगता ।३
बुलंदी और ये शुह्रत मुबारक हो तुम्हें साथी ,
हो मेरे नाम का नारा मुझे अच्छा नहीं लगता ।४
कभी ख्वाहिश कोई मेरी अधूरी हो ,न हो पूरी ,
फलक से टूटता तारा मुझे अच्छा नहीं लगता ।५