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अथ के लिए चलो / शील

रीति को रथ दो !
प्रीति को पथ दो !
गीति को कथ दो !
नीति को मथ दो !

अथ के लिए चलो
गाँव-गली
डगर-डगर
हाट-बाट नगर-नगर
जागृति को स्वर दो !

सुषमा के आँगन में
नव जीवन भर दो !