Last modified on 20 जुलाई 2010, at 10:33

अन्तर्विरोध / अजित कुमार

घोंघा है कीड़ा एक
गिजगिजा, गंदा, गीला, घिनौना ।
शंख है उसी का घर-
शुभ्र, सुदृढ़, मंगलमय, पवित्र ।

जीवन वहीं
जहाँ परस्पर विरोध ।