Last modified on 4 मई 2009, at 22:58

अपने लिए जाना / नरेश चंद्रकर

उन्होंने बहुत आमंत्रित किया
बार-बार बुलाया
आग्रहों के अंबार के बाद

हम गए उनके घर
अपनी शर्म छुपाने