मरे नहीं हैं
एक साथ शहीद हुए हैं
मरूधरा के चौंतीस गाँव
देश की खातिर।
सेना करेगी अभ्यास
उन गाँवों की जमीन पर
तोप चलाने का;
और महफू ज रखेगी
देश की सरहदें।
क्या देश के लोग
उन गाँवों की शहादत को
रखेंगे याद?
मरे नहीं हैं
एक साथ शहीद हुए हैं
मरूधरा के चौंतीस गाँव
देश की खातिर।
सेना करेगी अभ्यास
उन गाँवों की जमीन पर
तोप चलाने का;
और महफू ज रखेगी
देश की सरहदें।
क्या देश के लोग
उन गाँवों की शहादत को
रखेंगे याद?