Last modified on 19 मार्च 2012, at 21:40

अमलतास (हाइकु) / भावना कुँअर

(अमलतास)
देखा भागता
अमलतास आता
हल्दी चुराता ।

(यादें)
पंछी बन के
विचरती थी यादें
धरा पे गिरी ।

 (भटकता मन)
लिए फिरता
मैं भटकता मन
प्रवासी बन ।

(रिश्ते)
साथ हैं काँटे
फिर भी मुस्कराते
रिश्ते निभाते ।

(त्रासदी)
झुलस गई
संवेदना की बेल
त्रासदी खेल ।

 ( नींद)
सौगात जब
आतंक का बिस्तर
तो नींद कहाँ ।