क्या केवल एक पत्ता है
अरुणा शानबाग का कमरा
जो समय की हवा पाकर उड़ जाएगा
या कि भूल जाएँगी दीवारें उसकी
गूँगी नीली दर्द में डूबी चीत्कारें
किस नियम से बेधता रहा
काल ! पूरे बयालिस साल
कौन-सी है वह सत्ता
जो हुक़्म देती है
कि औरत होने के नाते
नर्स अरुणा चेन में बाँधी जाए
और तेज़ाबी लार गिराता कुत्ता
सड़क पर शान से टहलता रहे
क्या केवल मुठ्ठी भर रेत है
अरुणा शानबाग का कमरा
जिसे कोई लहर बहा ले जाएगी
क्या केवल कमरा भर है
अरुणा शानबाग का कमरा ?