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अर्थ / नंदकिशोर आचार्य

तुम्हारा अर्थ वह है
सिर्फ़
जो मुझसे बरामद है

वही पाता हूँ मैं लेकिन
तुमने जो बनाया है
मुझे।

अपना अर्थ तुम ख़ुद हो
हाँ, पर पाना उसे
मुझ में से गुज़रना है।