अवधू ईस्वर हमारे चेला भणीजै
मछीन्द्र बोलीये नाती ।
निगुरी पिरथी परले जाती ताथै हम
उलटी थापना थापी ।
अवधू ईस्वर हमारे चेला भणीजै
मछीन्द्र बोलीये नाती ।
निगुरी पिरथी परले जाती ताथै हम
उलटी थापना थापी ।