बारणै बिचाळै ऊभो हूं
होवसी कोई तो उण पार
जको म्हारी बोली पिछाणसी
करसी दवा म्हारी पीड़ री
म्हांनै के चिंत्या है भीड़ री
अेक स्याणो ई काफी है
ओरां सूं माफी है।
बारणै बिचाळै ऊभो हूं
होवसी कोई तो उण पार
जको म्हारी बोली पिछाणसी
करसी दवा म्हारी पीड़ री
म्हांनै के चिंत्या है भीड़ री
अेक स्याणो ई काफी है
ओरां सूं माफी है।