गुरु गोरख रो हथाळी पर ग्यान लेय'र
-ज्यान लेय'र
व्हीर हुयग्यो जुद्ध सारू, जोध जवान
नांव हो गोगा पीर, गोभक्त महान
गाय रै खुर हेटै
सातवैं सुर हेटै
धरदी आपरी घणमोली ज्यान
'सबद साचा पिंड काचा
गुरु गोरखनाथ उवाचा'
अजै भी ऊभा है गोगामेड़ी
-सिव रो ध्यान लेय'र।
(पीर गोगाजी को समरपित)