आओ ख़ुदकुशी कर लें। कुछ तो ज़िन्दगी कर लें। सब से दोस्ती कर लें, खुद के अजनबी कर लें। चार दिन ही जीना है, हड्डियाँ कड़ी कर लें। अपने पिछले जन्मों की, ग़लतियाँ सही कर लें। आज होंठ सी कर हम, थोड़ी शायरी कर लें। काम कल जो करना है, हम 'विजय' अभी कर ले।