Last modified on 30 जून 2020, at 22:28

आओ हम बात करें / कमलेश द्विवेदी

आओ हम बात करें आओ हम बात करें।
कभी कभी उत्तर दें कभी सवालात करें।

बातें हों काम की
बातें हों दाम की।
पर ज़्यादा बातें हों
मन के आराम की।
चाहें कुछ पलों करें चाहें दिन-रात करे।
आओ हम बात करें आओ हम बात करें।

बातें हों फूल की
बातें हों ख़ार की।
पर ज़्यादा बातें हों
मन के शृंगार की।
नेह भरी इक-दूजे पर हम बरसात करें।
आओ हम बात करें आओ बात करें।

बातें हों दूर की
बातें हों पास की।
पर ज़्यादा बातें हों
मन के विश्वास की।

अंत भला हो चाहे जैसी शुरुआत करें।
आओ हम बात करें आओ हम बात करें।