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आजादी अर सपना / अर्जुनदेव चारण

बेटा
मती रट सबद
आखर रा जाळा
आं मांय पजगियौ तौ
सांसा रौ तोटौ है
थूं नी समझैला
अजे छोटौ है

बेटा
आजादी अर सपना
थनै पढाइजैला
पण
आंरा अरथ
थारी आंखियां
नीं मावैला

आंनै
जांणण री जिद करी
तौ बेमौत
मारियौ जावैला