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आज रो घर / लक्ष्मीनारायण रंगा

आंगण
उफतियोड़ो
कमरा
अमूजियोड़ा ,

साळ-बरसाळी
राड़ सुळगायोड़ी
बैठक
मूंढो सूजायोड़ी

रसोई
सुळगती,
पइन्डो
भभका मारतो

मिन्दर
चिल्लाड़ा मारतो
मेड़ी
माथो पीटती,

भींतां
भौ खायोड़ी
बांडा-बार्यां
डरपीजियोड़ी

आळा-अलमार्यां
लुळता
जाळी झरोखा
झूरता,

नाळा-परनाळा
तिस्सा
छतां
आसूं टपकावती,

छत्ता-दुछता
मुंढ़ा सियोड़ा
भंवरा तहखाना
आंसू पियोड़ा,

धोरीमोड़ो
बन्द
डागळो
माथो झुकायोड़ो,

अरतण-बरतण
खड़कता
सीरख-पथरणां
झगड़ता,

अगाड़ी-पछाड़ी
सम्बन्ध तोड़ियोड़ा
अड़ौस-पड़ौस
मूंढ़ो फेरियोड़ा

गळी
मेण मुस्कली
चौक
चोफाळिया

अै है घर रा हाल
आ है जमाने री चाल!