गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 16 अक्टूबर 2013, at 13:51
आत्म हत्या / प्रमोद कुमार शर्मा
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
प्रमोद कुमार शर्मा
»
बोली तूं सुरतां
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
कणाई-कणाई
आवै है विचार
कै आज कोई रै
घात‘र बांथ
मर ज्यावां।
तो
कदै-कदै लागै
इण री जरूरत ई कांई है!