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आदमियों के आंकड़े / भरत ओला

जब मेरे दादा गुजरे
अर्थी के पीछे
सैंकड़ों आदमी थे ।

बापू गुजरे
जब बीसेक ।

हो सकता है
जब मैं मरूंगा
चार ही नहीं हो ।

अब आप ही बताएं
आदमी घटे या बढ़े ?

अनुवाद : नीरज दइया