गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 17 अक्टूबर 2013, at 13:50
आदमी / रामस्वरूप किसान
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
रामस्वरूप किसान
»
आ बैठ बात करां
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
मुरगो,
काच खावै
अर मुरगै नै खावै आदमी
तो ई
आदमी अचम्भो करै
अरै,
मुरगो काच खावै!