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आभै उतरी प्रीत / राजूराम बिजारणियां

आभै उतरी प्रीत
बादळ बण!

विरह अमूझी
मुळकी धरती
लाजां मरती

मिली निजरां
लुकती-झुकती

मिलणै
लुकणै
झुकणै रै मिस
सेनो-सेन
बात तो हुई!

बातां-बातां
ढळती रातां

बादळ धरती
धरती बादळ
अेकोमेक!

देही पसेव
नैणां नीर
दाझ मेटणी
झरती पीर
प्रीत री.!

प्रीत...
उतरै आभै
बण बादळ..!