देख पराँठा आलू का,
मन ललचाया भालू का।
बोला, हम भी खाएँगे,
कुछ घर पर ले जाएँगे।
कहे लोमड़ी, ना-ना-ना,
ये घर पर ले जाना ना।
इतने सेंक ना पाऊँगी,
खुद भूखी रह जाऊँगी।
देख पराँठा आलू का,
मन ललचाया भालू का।
बोला, हम भी खाएँगे,
कुछ घर पर ले जाएँगे।
कहे लोमड़ी, ना-ना-ना,
ये घर पर ले जाना ना।
इतने सेंक ना पाऊँगी,
खुद भूखी रह जाऊँगी।