आवो माई धरि धरि जावो
गोरष बाला भर भर षावो ।
झरै न पारा बाजे नाद
सति हर सूर न वाद विवाद ।
पवन गोटिका रहणी अकास
महियल अंतर गगन विलास ।
पयालनीं डीवीं सुनि चढाई
कथन्त गोरषनाथ मछीन्द्र बताई ।
आवो माई धरि धरि जावो
गोरष बाला भर भर षावो ।
झरै न पारा बाजे नाद
सति हर सूर न वाद विवाद ।
पवन गोटिका रहणी अकास
महियल अंतर गगन विलास ।
पयालनीं डीवीं सुनि चढाई
कथन्त गोरषनाथ मछीन्द्र बताई ।