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आवो माई धरि धरि जावो / गोरखनाथ

आवो माई धरि धरि जावो
          गोरष बाला भर भर षावो ।
झरै न पारा बाजे नाद
          सति हर सूर न वाद विवाद ।
पवन गोटिका रहणी अकास
          महियल अंतर गगन विलास ।
पयालनीं डीवीं सुनि चढाई
          कथन्त गोरषनाथ मछीन्द्र बताई ।