गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 18 अक्टूबर 2013, at 21:34
आस: दो / शिवराज भारतीय
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
शिवराज भारतीय
»
उजास रा सुपना
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
आस
घणकरी बर
करै निरास
पण फेर भी
जीवण रै
घुप्प अंधारै में
आस
एक टिमटिमांवतो परकास।