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बिजली चमकी थी
अचानक आकाश में
मैं घास काट रही थी
अचानक कौंध उठी थी
आकाश में बिजली
मैं हँसिया लिए खड़ी थी
सब घर लौट गए थे
हवा चल रही थी भयानक
लट्टू-सा घूमने लगा था चक्रवात
उस हरे मैदान में
चुप-चुप झुकी हुई थी
फूट रही थी ज़मीन से रस भरी घास
मूल जापानी से अनुवाद : रोली जैन