स्वीडन में उनको
नोबेल प्राइज के लिए शॉर्टलिस्टेड किया जा रहा था
लन्दन से उनके लिए
बुकर प्राइज की घोषणा की जा रही थी
फिलिपिन्स में उनके नाम पर
रेमन मैगासेसे पुरस्कार के लिए
विचार-विमर्श चल रहा था
ऑक्सफ़ोर्ड में उनके नाम पर
चेयर स्थापित की जा रही थी
हारवर्ड में उनकी राइटिंग्स और स्पीचिंचेस को
सिलेबस का हिस्सा बनाया जा रहा था
और कोलम्बिया यूनिवर्सिटी
उनको पिछली शताब्दी का सबसे ब्रिलियंट स्टूडेंट
करार दे रही थी
लेकिन उसी वक़्त
इंडिया में
गूगल पर
उनकी जाति सर्च की जा रही थी।