प्रेम होने पर
तुम्हे कहा मैंने-
प्रेम एक कुआं है,
जिसमें गिर पड़ा हूं मैं
या प्रेम एक पहाड़ है
जिस पर चढ़ गया हूं मैंै।
तुमने कहा-
मैं हूं अभी जमीन पर
और रहना चाहती हूं-
इसी जमीन पर।
मैंने कहा-
मैं इंतजार करूंगा।
प्रेम होने पर
तुम्हे कहा मैंने-
प्रेम एक कुआं है,
जिसमें गिर पड़ा हूं मैं
या प्रेम एक पहाड़ है
जिस पर चढ़ गया हूं मैंै।
तुमने कहा-
मैं हूं अभी जमीन पर
और रहना चाहती हूं-
इसी जमीन पर।
मैंने कहा-
मैं इंतजार करूंगा।