द्वार पर खड़ी हो
पलक पांवड़े बिछाये
कर रही हूँ
तुम्हारा इंतज़ार
अनवरत ।
जीवित है
मेरा विश्वास
साँस ले रही है
उम्मीद
धड़क रहा है
मेरा दिल
जानती हूँ
आओगे तुम
एक दिन
जरूर
मेरी मृत्यु से पूर्व ....
द्वार पर खड़ी हो
पलक पांवड़े बिछाये
कर रही हूँ
तुम्हारा इंतज़ार
अनवरत ।
जीवित है
मेरा विश्वास
साँस ले रही है
उम्मीद
धड़क रहा है
मेरा दिल
जानती हूँ
आओगे तुम
एक दिन
जरूर
मेरी मृत्यु से पूर्व ....