Last modified on 22 मई 2018, at 14:23

इंस्पेक्टर जी भागे / बालकृष्ण गर्ग

नया-नया जब बना फूड-इंस्पेक्टर बुद्धू बंदर,
कहा रीछ- ‘माल चखाओ, जो दुकान के अंदर!’
तुरंत रीछ ने अदरक लाकर पेश कर दिया आगे,
अदरक चखते ही ‘थू-थू’ कर इंस्पेक्टर जी भागे।
[रचना: 22 दिसंबर 1995]