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इज़राइल / भास्कर चौधुरी

इज़राइल मार चुका है
दो दिनों में चार सौ पचास
महिलाएं मर्द बुजुर्ग
बच्चे सौ-पचास

हमास कहता है
बदला लेगा वह
एक-एक मौत के बदले
दस-दस
मानव-बमों से
गुरिल्ला हमलों से

इज़राइल कहता है
जड़ से मिटाना है
इस बार
कि फिलिस्तीन
सर ना उठा सके दोबारा

पता नहीं
झुक रहा है किसका सर
और फूल रहा है किसका सीना
गर्व से चौड़ा किसका माथा
मर रहा है कौन
बच्चे!
बूढ़े!
औरतें!
मर्द!
गाज़ापट्टी इज़राइल या फिलिस्तीन...