यह मेरे ध्यान में नहीं रहता
कि प्रसन्न हूँ या दुखी ।
लेकिन एक सुकून दिमाग़ में
रहता है —
कि उस महान गिनती में
(जिस गिनती से मुझे नफ़रत है)
जहाँ इतनी सारी सँख्याएँ हैं,
मैं कहीं भी
किसी मद में शामिल नहीं । कुल
योग में मुझे गिना ही नहीं गया ।
मेरी ख़ुशी के लिए यही बहुत है ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : असद ज़ैदी