घबराहट में
बदल जाये
पॉव की साइज
फिर साँस भी
बेकाबू हो
संध्या की ओट में
गुलाबों प्रविष्ट हुई
घर में आज
सावधान
सशंकित माँ
शुरू हो गयी
खेाद-खोद कर पूछना
कहाँ से मिली
नयी कमीज
और सलवार
कहाँ से मिले
पैसे इतने?
घबराहट में
बदल जाये
पॉव की साइज
फिर साँस भी
बेकाबू हो
संध्या की ओट में
गुलाबों प्रविष्ट हुई
घर में आज
सावधान
सशंकित माँ
शुरू हो गयी
खेाद-खोद कर पूछना
कहाँ से मिली
नयी कमीज
और सलवार
कहाँ से मिले
पैसे इतने?