भूख के समक्ष
बड़े-बड़े वीरों ने
घुटने टेक दिये
तो कमलिया
और करमू की
क्या बिसात?
फिर तो
गुलाबों की
आजादी बढ़ी
और
समझौते का
नया अध्याय
खुला
भूख के समक्ष
बड़े-बड़े वीरों ने
घुटने टेक दिये
तो कमलिया
और करमू की
क्या बिसात?
फिर तो
गुलाबों की
आजादी बढ़ी
और
समझौते का
नया अध्याय
खुला