गुलाबबाई
मिस रोजी की
लुभावनी
काया में
तब्दील हो फिर से
बुलन्दी पर
कूडेदान की
बंद सीमा से छूटकर
खुले घूर के
स्वच्छन्द
व्याप में फैल जाना
बेहद दिलचस्प है
गुलाबबाई
मिस रोजी की
लुभावनी
काया में
तब्दील हो फिर से
बुलन्दी पर
कूडेदान की
बंद सीमा से छूटकर
खुले घूर के
स्वच्छन्द
व्याप में फैल जाना
बेहद दिलचस्प है