मिमियाहट सुन
कसाई हो जाये
और
दहाड़ सुन
भींगी बिल्ली
पुरूषाचार
सनातन से
चातुर्य की
बुनियाद पर टिका है
पर
बदलाव आया है
नागफनी की
युवा प्रजातियों में जो
‘डार्क चाबुक' सी पड़े
और खींच ले खाल
अँगुली भर तरंग में
पुरूष नाचता फिरे
मिमियाहट सुन
कसाई हो जाये
और
दहाड़ सुन
भींगी बिल्ली
पुरूषाचार
सनातन से
चातुर्य की
बुनियाद पर टिका है
पर
बदलाव आया है
नागफनी की
युवा प्रजातियों में जो
‘डार्क चाबुक' सी पड़े
और खींच ले खाल
अँगुली भर तरंग में
पुरूष नाचता फिरे