इन्सानों के पंख
नोंच-नोंचकर
फेंके जा रहे हैं
परिन्दों के सामने
ये परिन्दे
भूल जाएँगे उड़ना
अगर आदत पड़ गई इनको
नोंच-नोंचकर
पंख खाने की
इन्सानों के पंख
नोंच-नोंचकर
फेंके जा रहे हैं
परिन्दों के सामने
ये परिन्दे
भूल जाएँगे उड़ना
अगर आदत पड़ गई इनको
नोंच-नोंचकर
पंख खाने की