यह देखो इसकूल,
जहाँ बेंच हो न टूल
भारी भरकम भरदार
ई हथुन
शिक्षक के सरदार,
इनका हर महीना चाही
महवारी पूजा
ई सब खा रहलो हे
ऊपर के अनार
तर के तरबूजा
यह देखो इसकूल,
जहाँ बेंच हो न टूल
भारी भरकम भरदार
ई हथुन
शिक्षक के सरदार,
इनका हर महीना चाही
महवारी पूजा
ई सब खा रहलो हे
ऊपर के अनार
तर के तरबूजा