इस तपती
सरहद पर भी
चींटियाँ अवश्य होंगी
मुझे नहीं दिखतीं
मैंने कोशिश भी नहीं की
उन्हें ढूँढ़ने की
हाँ,
गश्त करते-करते
चींटियों के पर उगने वाली
ज़ेहन में खटकती है वो कहावत
इस तपती
सरहद पर भी
चींटियाँ अवश्य होंगी
मुझे नहीं दिखतीं
मैंने कोशिश भी नहीं की
उन्हें ढूँढ़ने की
हाँ,
गश्त करते-करते
चींटियों के पर उगने वाली
ज़ेहन में खटकती है वो कहावत