किसी भी लड़ाई में
ईश्वर कभी नहीं मारा गया
उसके पास थे सब्से अधिक अस्त्र-शस्त्र
और ईश्वरत्व।
मैं कभी बन्दर, कभी भालू, कभी आदमी
ईश्वर की उपस्थिति में
सम्मुख उसके
हमेशा मरता रहा
उसके लिए लड़ता रहा।
किसी भी लड़ाई में
ईश्वर कभी नहीं मारा गया
उसके पास थे सब्से अधिक अस्त्र-शस्त्र
और ईश्वरत्व।
मैं कभी बन्दर, कभी भालू, कभी आदमी
ईश्वर की उपस्थिति में
सम्मुख उसके
हमेशा मरता रहा
उसके लिए लड़ता रहा।