Last modified on 16 दिसम्बर 2007, at 10:56

उजले बादल आकाश में / त्रिलोचन

1

उजले उजले बादल आकाश में

दस बजे दिन के प्रकाश में


आते हैं आगे बढ़ जाते हैं
जाते जाते कुछ कह जाते हैं


2

हवालात के आगे राह है

लोगों के लक्ष्य का प्रवाह है


लोग व्यस्त आते हैं जाते हैं
चन्द कदम दिख कर छिप जाते हैं


3

स्वतंत्रता का कितना मान है

मुझको अब इसका अनुमान है


सामने वह, पिंजरे में तोता है
उसे देख दर्द आज होता है